चंडीगढ़ में एनडीपीएस और हिंसक अपराधों में शामिल बड़े गैंगस्टर और अपराधी, जो विदेश में छिपकर बैठे हैं, उन्हें भारत वापस लाने की तैयारी हो गई है। इनमें गैंगस्टर लॉरेंस का भाई अनमोल बिश्नोई, एक्ट्रेस दिशा पाटनी के घर फायरिंग का जिम्मेदार रोहित गोदारा, हरियाणा का रणदीप मलिक और लॉरेंस के करीबी व पंजाब सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या में शामिल गोल्डी बराड़ जैसे गैंगस्टरों का नाम शामिल है।
चंडीगढ़ पुलिस पहली बार ऐसे अपराधियों का डोजियर तैयार कर रही है, जिसमें उनके नाम, फोटो, आपराधिक रिकॉर्ड और ठिकानों का पूरा ब्योरा होगा। डोजियर एक माह के भीतर तैयार किया जाएगा और इसे सीबीआई को सौंपा जाएगा, जिसे गृह मंत्रालय ने नोडल अफसर बनाया है। इस तैयारी में शहर के सभी पुलिस स्टेशन, ऑपरेशन सेल, डिस्ट्रिक्ट क्राइम सेल और एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स शामिल हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने निर्देश दिए हैं कि विदेश में छिपे भारतीय भगोड़ों को जल्द वापस लाने के लिए IB और NIA के साथ मिलकर SOP तैयार की जाए। गृह मंत्री ने यह भी कहा कि राज्यों और केंद्रीय एजेंसियों में विशेष टीमें बनाई जाएं, जिनमें अनुभवी वकील भी शामिल हों, ताकि कानूनी और राजनयिक कार्रवाई तेजी से हो।
डोजियर में अपराधियों के पूरे आपराधिक इतिहास का ब्योरा होगा, जिसमें FIR, वारंट, अदालत के मामले, पूछताछ के बयान, नेटवर्क, साथियों और ठिकानों की जानकारी शामिल होगी।
ये 4 मुख्य गैंगस्टर निशाने पर…
- लॉरेंस का भाई अनमोल बिश्नोई: गैंगस्टर लॉरेंस का भाई अनमोल पंजाब के फाजिल्का जिले का रहने वाला है। एनआईए ने मोस्ट वांटेड मानते हुए उस पर 10 लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा है। दो साल पहले अप्रैल 2023 में अमेरिका के कैलिफोर्निया के बेकर्सफील्ड में एक कार्यक्रम में दिखा था। फर्जी पासपोर्ट के जरिए अनमोल पहले नेपाल गया। वहां से दुबई, और दुबई से कीनिया होते हुए अमेरिका पहुंचा। अमेरिका के अलास्का में गिरफ्तारी के बाद अब प्रत्यर्पण की प्रक्रिया चल रही है। सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड, सलमान खान के घर पर गोलीबारी, बाबा सिद्दीकी हत्या की साजिश सहित 18 केस दर्ज हैं।
- लॉरेंस का प्रमुख साथी गोल्डी बराड़: पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब जिले का रहने वाला है। लॉरेंस गैंग का एक प्रमुख सदस्य है। असली नाम सतिंदर जीत सिंह है। गोल्डी बराड़ पर राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली में 20 हत्याएं कराने का आरोप है। वह छात्र वीजा पर कनाडा गया। इसके बाद वही का नागरिक बन गया। पहले यूके, थाईलैंड और कनाडा से गैंग ऑपरेट कर रहा था। अब इसके अमेरिका में होने की आशंका है। जनवरी 2024 में आतंकवादी घोषित किया और यूएपीए के तहत कार्रवाई की गई।
- दिशा पाटनी के घर फायरिंग का जिम्मेदार रोहित गोदारा: गैंगस्टर रोहित गोदारा राजस्थान के बीकानेर जिले का रहने वाला है। उसका असली नाम रावताराम स्वामी है। गैंगस्टर राजू ठेहट मर्डर मामले का वह मास्टरमाइंड है। उसने 2010 में अपराध की दुनिया में कदम रखा और अब तक 30 से अधिक गंभीर मामलों में शामिल रहा है, जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, रंगदारी और शस्त्र अधिनियम के उल्लंघन जैसे आरोप हैं। सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में भी इसका नाम सामने आया था। करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या की जिम्मेदारी भी रोहित ने ली थी। एक्ट्रेस दिशा पाटनी के घर फायरिंग की जिम्मेदारी भी इसी ने ली। यह लॉरेंस और गोल्डी गैंग से जुड़ा है। इस पर 32 से अधिक केस दर्ज हैं। 13 जून 2022 को दिल्ली से फर्जी पासपोर्ट के जरिए दुबई भागा था। अब यह अपना गिरोह पुर्तगाल और अमेरिका से ऑपरेट कर रहा है। पुलिस को इसके यूरोप में होने की आशंका है।
- दिशा पाटनी के घर फायरिंग का जिम्मेदार रोहित गोदारा: गैंगस्टर रोहित गोदारा राजस्थान के बीकानेर जिले का रहने वाला है। उसका असली नाम रावताराम स्वामी है। गैंगस्टर राजू ठेहट मर्डर मामले का वह मास्टरमाइंड है। उसने 2010 में अपराध की दुनिया में कदम रखा और अब तक 30 से अधिक गंभीर मामलों में शामिल रहा है, जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, रंगदारी और शस्त्र अधिनियम के उल्लंघन जैसे आरोप हैं। सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में भी इसका नाम सामने आया था। करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या की जिम्मेदारी भी रोहित ने ली थी। एक्ट्रेस दिशा पाटनी के घर फायरिंग की जिम्मेदारी भी इसी ने ली। यह लॉरेंस और गोल्डी गैंग से जुड़ा है। इस पर 32 से अधिक केस दर्ज हैं। 13 जून 2022 को दिल्ली से फर्जी पासपोर्ट के जरिए दुबई भागा था। अब यह अपना गिरोह पुर्तगाल और अमेरिका से ऑपरेट कर रहा है। पुलिस को इसके यूरोप में होने की आशंका है।
क्या-क्या होता है क्राइम डोजियर में डोजियर एक ऐसी फाइल या कागज होती है जिसमें किसी अपराधी के बारे में पूरी जानकारी एक जगह दर्ज की जाती है। इसमें उसके अपराधों का ब्योरा, अदालतों में दर्ज मुकदमे, गिरफ्तारी और रिहाई का रिकॉर्ड, पुलिस पूछताछ के दौरान दिए गए बयान, पुराने आपराधिक मामलों की जांच रिपोर्ट, रिश्तेदारों और सहयोगियों के नाम, ठिकानों और प्रवास की जानकारी, साथ ही उसकी आदतों और गतिविधियों का पूरा लेखा-जोखा शामिल होता है। इसका उद्देश्य अपराधियों पर नकेल कसना और उनके खिलाफ सटीक कानूनी और खुफिया कार्रवाई को सुनिश्चित करना होता है।
