
कुरुक्षेत्र के एक युवक को अमेरिका भेजकर काम दिलाने का झांसा देकर परिवार से 90 लाख रुपए का फ्रॉड कर लिया। रुपए लेने के बाद आरोपी उस युवक को दुबई, कतर, स्पेन, ग्वाटेमाला, निकारागुआ और मेक्सिको में घुमाते रहे। बाद में युवक को मेक्सिको पुलिस ने पकड़ लिया और जेल में डाल दिया।
बेटा अमेरिका नहीं पहुंचा तो परिजनों ने आरोपी से अपने पैसे वापस मांगे, जिस पर एजेंट उनको जान से मारने की धमकियां देने लगे। करीब महीनेभर की जेल काटने के बाद मेक्सिको से युवक का डिपोर्ट कर दिया। आरोपी एजेंट ने अमेरिका के लिए 50 लाख रुपए मांगे थे, लेकिन युवक को मेक्सिको में फंसा दिया।

दुबई से भेजने की बात हुई
पिहोवा के सैनी मोहल्ला के रहने वाले राजेश कुमार ने बताया कि उनका शहर में किरयाना स्टोर है। जनवरी 2024 में दुबई में रहने वाला सर्वजीत कुमार उर्फ साबी निवासी कपूरथला, पंजाब उसके घर पहुंचा। साबी और उसके साथी लियो ने उसके बेटे पीयूष को अमेरिका भेजने का भरोसा दिया। कहा कि वे पीयूष को दुबई बुलाकर वहां से उसका अमेरिका का वीजा लगाएंगे। आरोपी उसके बेटे के डॉक्यूमेंट की PDF बनाकर ले गए।
पहले दुबई बुलाया
18 नवंबर को उसने 3 लाख रुपए साबी के अकाउंट में ट्रांसफर किए। दो दिन बाद रिश्तेदार गीता रानी के अकाउंट से 5 लाख रुपए भेजे। फिर 27 नवंबर को पीयूष को सवा 5 लाख रुपए के डॉलर के साथ दुबई भेज दिया। दुबई पहुंचते ही एजेंट के लोगों ने पीयूष से डॉलर छीन लिए।

दुबई से ब्लैकमेलिंग शुरू
दुबई पहुंचते ही एजेंट उनके साथ ब्लैकमेलिंग पर उतर आए। उन्होंने पीयूष को अपने पास रखकर पैसे मांगने शुरू कर दिए। उसने 30 नवंबर को 5 लाख, दिसंबर में साढ़े 4 लाख, जनवरी 2025 में 3 लाख रुपए चेक के जरिए पहुंचाए। इतना पैसे लेने के लिए उन्होंने उसके बेटे को स्पेन के मैड्रिड पहुंचा दिया। यहां पहुंचते ही आरोपी ने उससे 25 लाख रुपए की मांग कर दी।
कोड वर्ड में दिए 25 लाख
एजेंट ने 25 लाख रुपए नकद मांगे, जिसके लिए कोड वर्ड देकर उनको पिपली बुलाया गया। 19 जनवरी को एजेंट की तरफ से आए व्यक्ति ने कोड वर्ड के रूप में 10 रुपए का 43E266189 नंबर वाला नोट दिखाया और उनसे 25 लाख रुपए लेकर चला गया। इसके बाद उनकी डिमांड बढ़ती गई।

90 लाख में मेक्सिको भेजा
फिर 20 जनवरी को 4 लाख, फिर साढ़े 8 लाख, 13 फरवरी को 4 लाख और फिर करीब साढ़े 3 लाख रुपए बैंक और गूगल-पे जरिए उसने भेज दिए। कुछ दिन बाद उन्होंने पीयूष को मेक्सिको भेज दिया। यहां पीयूष को भूखा-प्यासा रखा गया। तब उसने पीयूष को छुड़ाने की बात की, जिसके लिए आरोपी ने उससे 20 लाख रुपए मांगे।
डिपोर्ट होकर लौटा घर
उसने किसी तरह से 21,500 डॉलर (करीब 18.30 लाख) का इंतजाम करके एजेंट को भेजी। करीब 4 महीने जेल में रखने के बाद उसके बेटे को मेक्सिको से डिपोर्ट करके भारत भेजा। 14 अगस्त उसका बेटा पीयूष घर लौटा, जिसने घर आकर पूरी कहानी बताई। आरोपी उसके बेटे को पैदल, गाड़ी, बोट और एयरप्लेन मेक्सिको तक ले गए थे। रास्ते में उसके बेटे को टॉर्चर भी किया गया।

2 एजेंट पर केस दर्ज
पुलिस ने राजेश कुमार की शिकायत पर आरोपी साबी और लियो के खिलाफ थाना सिटी पिहोवा में कई धाराओं में FIR दर्ज की गई है। पुलिस की इकनॉमिक सेल मामले की जांच कर रही है। फिलहाल आरोपी फरार चल रहे हैं। पुलिस उनकी तलाश में जुटी है।
