
करनाल जिले के घोघड़ीपुर गांव के पास मंगलवार शाम को दर्दनाक हादसा हो गया। आनंद विहार कॉलोनी के दो बच्चे पश्चिमी यमुना नहर में डूब गए। बताया जा रहा है कि दोनों नहर किनारे मोबाइल से सेल्फी ले रहे थे, तभी अचानक पैर फिसलने से दोनों गहरे पानी में समा गए।
हालांकि परिवार ने सेल्फी वाली बात से साफ इनकार किया है और कहा कि बच्चों में से एक पहले नहर में गिरा था, जबकि दूसरे ने उसे बचाने के लिए छलांग लगाई। घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई। गोताखोरों को भी बुलाया गया, लेकिन अंधेरा होने के कारण कुछ भी सुराग नहीं लग पाया। सुबह दोबारा सर्च ऑप्रेशन शुरू किया जाएगा।

अंधेरे ने रोका सर्च ऑपरेशन
हादसे के बाद घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलते ही परिजन, ग्रामीण और पुलिस मौके पर पहुंच गए। गोताखोर कर्ण और उनकी टीम को भी तुरंत बुलाया। उन्होंने नहर में सर्च ऑपरेशन शुरू किया, लेकिन कुछ ही देर में अंधेरा बढ़ने और पानी का बहाव तेज होने के कारण तलाश रोकनी पड़ी।
गोताखोर कर्ण ने बताया कि “नहर का पानी काफी खराब और गहरा है, विजिबिलिटी शून्य जैसी है। अब बुधवार सुबह दोबारा से सर्च अभियान चलाया जाएगा।

तीन बच्चे गए थे नहर के पास
परिजनों के मुताबिक, तीनों बच्चे नहर के किनारे घूमने गए थे। दो बच्चे 12 वर्षीय प्रतीक और 14 वर्षीय लक्की किनारे तक चले गए, जबकि तीसरा बच्चा थोड़ी दूरी पर खड़ा था। अचानक एक बच्चा नहर में गिर गया और दूसरे ने उसे बचाने के लिए छलांग लगा दी। तीसरे बच्चे ने तुरंत दोनों के घर जाकर परिवार को सूचना दी। कुछ ही देर में ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए और पुलिस को खबर दी गई।
प्रतीक सातवीं और लक्की दसवीं कक्षा का स्टूडेंट था। दोनों परिवारों की हालत बदहवास है। फिलहाल पुलिस ने घटनास्थल के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी है और मंगलवार सुबह से सर्च अभियान फिर शुरू करने की तैयारी है।

पुलिस ने संभाला मोर्चा, सुबह शुरू होगी तलाश
मधुबन थाना प्रभारी गौरव पुनिया ने बताया कि सूचना मिलते ही टीम मौके पर पहुंच गई थी। अंधेरा ज्यादा होने और पानी का बहाव तेज होने की वजह से रात में सर्च में कठिनाई आई। सुबह फिर गोताखोरों की मदद से तलाश शुरू की जाएगी।
