हरियाणा के करनाल में एक 17 साल की नाबालिग लड़की ने पश्चिमी यमुना नहर में छलांग लगा दी। घटना से पहले वह कर्ण लेक किनारे काफी देर तक बैठकर रोती रही। वहां मौजूद लोगों ने कारण पूछा, लेकिन उसने कुछ नहीं बताया और अचानक बैग किनारे रखकर नहर में कूद गई।
लोग उसे बचाने के लिए दौड़े, लेकिन तेज बहाव के कारण कोई मदद नहीं कर सका। ये खबर सुन लड़की का भाई जब नहर के पास पहुंचा तो वो इतना परेशान हो गया कि खुद भी नहर में कूदने लगा। हालांकि लोगों ने किसी तरह उसे रोका। वहीं, देर रात गोताखोरों और पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया, लेकिन अंधेरा बढ़ने से तलाशी रोकनी पड़ी। नहर किनारे से लड़की का बैग और मोबाइल बरामद हुआ है। रविवार सुबह फिर से तलाश शुरू की गई है। उधर, फुफेरे भाई का कहना है कि नेहा ने फोन कर कहा था कि उसे कुछ बात करनी है।

अब सिलसिलेवार तरीके से पढ़ें पूरी घटना…
- भाई ने बताया- सुबह बुआ के घर छोड़ा था : लड़की के फुफेरे भाई गुलशन ने बताया कि वह करनाल के टपराना गांव का रहने वाला है और उसकी बहन का नाम नेहा है, जो कि बागपती में अपने परिवार के साथ रहती है। वह रोजाना करनाल में एक सिलाई सेंटर पर सिलाई सीखने जाती थी। शनिवार सुबह मुझे नेहा की कॉल आई थी। उनके कहा था कि मुझे कुछ बात करनी है। इसके बाद मैं उसे घर ले आया।
- शाम में घर जाने के लिए अकेली निकल गई : भाई गुलशन ने बताया कि नेहा दिनभर घर ही रही। मैं करनाल में काम करने चला गया। इसके बाद शाम को उसने कॉल कर कहा कि मुझे घर छोड़ आओ। मैं कुछ काम में बिजी था, इसके बाद नेहा खुद ही बागपती के लिए निगल गई।
- दोनों गांव की दूरी 4 किलोमीटर : दोनों गांवों के बीच की दूरी महज 4 ही किलोमीटर है तो वो अकेले ही निकल गई। फिर रात को मामा (लड़की के पिता) का फोन आया की नेहा घर नहीं लौटी है। वह नहर में कूद गई है। इसके कुछ ही देर बाद पुलिस का भी फोन आया तो हम सभी लोग नहर के पास पहुंच गए।
- लेक के पास बैठकर रोती रही : टपराना से निकलने के बाद नेहा घर नहीं, बल्कि कर्ण लेक की तरफ चली गई। लेक टपराना से करीब 4 किलोमीटर की दूरी पर है। चूंकी उस समय अंधेरा नहीं हुआ था इसलिए लेक पर काफी लोग लेक के पास मौजूद थे। इन्हीं लोगों में से एक व्यक्ति ने बताया कि लड़की के पास एक बैग था और वो लेक के किनारे काफी देर तक रोती रही।
- बैग साइड में रखकर लगा दी छलांग : घटना के समय मौजूद एक व्यक्ति ने बताया कि कुछ लोगों ने उससे रोने का कारण भी पूछा, लेकिन वो किसी को कुछ नहीं बता रही थी। तभी अचानक उसने बैग साइड में रखा और लेक में छलांग लगा दी। लोग उसे बचाने के लिए दौड़े लेकिन कोई बचा नहीं पाया, नहर की पटरी पर पड़े लड़की के फोन से उन्होंने उसके परिजनों को घटना की सूचना दी।

अंधेरे के कारण बंद करनी पड़ी तलाश देर रात 9 बजे घटना की सूचना गोताखोरों की टीम को दी गई। गोताखोर कर्ण ने बताया कि जैसे ही टीम मौके पर पहुंची तो पता चला कि लड़की नहर में पिलर के नजदीक डूब गई है। फिर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया।
देर रात में अंधेरा होने के कारण गोताखोरों को दिक्कत आने लगी। हांलाकि गोताखोरों ने रात में ही रेलवे पुल तक सर्च ऑप्रेशन चलाया लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लग पाया। वहीं इस दौरान नहर की पटरी से पुलिस ने नाबालिग का बैग और मोबाइल बरामद किया है। इसे कब्जे में लेकर पुलिस ने परिजनों को सौंप दिया।

SHO बोले- सुबह से चल रही तलाश सदर थाना प्रभारी तरसेम चंद ने बताया कि शनिवार रात करीब 8 बजे कर्ण लेक के पास पश्चिमी यमुना नहर में 17 वर्षीय लड़की के कूदने की सूचना मिली थी।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर गोताखोरों की मदद से सर्च ऑपरेशन शुरू किया। हालांकि देर रात तक उसका कोई सुराग नहीं लग पाया। सुबह से दोबारा सर्च अभियान चलाया जा रहा है। नेहा के दो बहन और 1 भाई हैं। नेहा सबसे छोटी थी और 10 वी तक पड़ी थी।
